पंचायत सचिवों के ऊपर गांव में विकास कार्य कराने की जिम्मेदारी है, लेकिन सचिवों द्वारा लगातार गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में सचिव ने एक मृतक का नाम दूसरी ग्राम पंचायत के परिवार रजिस्टर में दर्ज कर दिया। शिकायत हुई तो मामले में सचिव को नोटिस जारी किया गया है।
विकास खंड जागीर के गांव म्योरा चक अब्दुल्लापुर निवासी पाल सिंह ने सीडीओ से शिकायत की थी। इसमें बताया कि मंगलपुर निवासी एक युवक का नाम किशनी की ग्राम पंचायत फरैंजी के परिवार रजिस्टर में मृत्यु के बाद दर्ज कर दिया गया। मामले की जांच हुई तो पता चला कि गांव मंगलपुर निवासी शिवदयाल पुत्र झंडेलाल का नाम मंगलपुर और फरैंजी दोनों के परिवार रजिस्टर में दर्ज है। मंगलपुर के परिवार रजिस्टर में जहां मृत्यु का वर्ष 2001 दर्ज है तो वहीं फरैंजी में मृत्यु का दिनांक 2003 अंकित है। 2014 में इसकी नकल भी जारी की गई है। मामले में मुख्य विकास अधिकारी ने वर्ष 2014 में फरैंजी में तैनात रहे तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव शिवदयाल सिंह व ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र कुमार को नोटिस जारी करने के आदेश दिए थे। इस पर डीपीआरओ ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
वसीयत को लेकर है विवाद
सूत्रों के अनुसार परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज करने को लेकर बड़ा खेल किया गया। वसीयत को सही साबित करने के लिए मोटी रकम लेकर ये गड़बड़ी की गई। इससे एक पक्ष को समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। डीपीआरओ ने तत्कालीन सचिव को जवाब न देने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
दो ग्राम पंचायतों में एक व्यक्ति का नाम मृत्यु के उपरांत दर्ज करने का मामला सामने आया है। नोटिस जारी किया गया है, जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
स्वामीदीन, डीपीआरओ।