क्या नवीन मंडी में ध्वस्त किए जाएंगे निर्माण

मंडी समिति की आवंटित पक्की दुकानों के अलावा लगातार निर्माण कार्य चलते रहे। पक्की दुकान से लेकर टिन शेड और टट्टर तक सैकड़ों कब्जे किए गए। मंडी समिति ने पूरी नवीन मंडी में 230 अवैध निर्माण को चिह्नित कर लिया है। अगर आढ़ती खुद इन्हें नहीं हटाते तो मंडी प्रशासन ध्वस्त करेगा।
कर्मचारियों से अभद्रता का आरोप
मंडी समिति ने आढ़तियों द्वारा अभद्रता करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को वो अवैध रूप से बनाई गई दुकानों पर चिह्नांकन कर रहे थे तो आढ़तियों ने विरोध शुरू कर दिया। कर्मचारी के हाथ से पेंट का डिब्बा और ब्रश लेकर फेंक दिया और उन्हें भगा दिया। मामले की जानकारी मंडी सचिव प्रदीप कुमार ने एसडीएम सदर को भी दी है। हालांकि अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
नवीन मंडी में जो भी अवैध कब्जे हैं उनका चिह्नांकन कर लिया है। आढ़तियों द्वारा गलत तरीके से दबाव बनाया जा रहा है। सरकार के आदेश पर अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं, इसमें कोई राहत मिलना संभव नहीं है।
प्रदीप कुमार, मंडी सचिव।
मंडी में आढ़तियों ने की हड़ताल, परेशान रहे किसान
मैनपुरी। मंडी समिति की ओर से अवैध निर्माण पर कार्रवाई के आदेश के बाद आढ़तियों ने धरना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को व्यापारियों ने दुकानें बंद कर मंडी परिसर में ही धरना दिया। वो मंडी प्रशासन से आदेश वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
नवीन मंडी में व्यापारियों ने खुद ही अपने व्यापार करने के लिए दुकानों का निर्माण कर लिया था। अब मंडी प्रशासन इन दुकानों को ध्वस्त कराने जा रहा है। इससे व्यापारी आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि आढ़ती कई सालों से इनमें व्यापार कर रहे हैं तो पहले इन्हें ध्वस्त क्यों नहीं कराया गया। मंडी प्रशासन से लागत मूल्य पर दुकान निर्माण कर आवंटन करने की मांग कर रहे हैं। वहीं मंडी प्रशासन उनकी मांग को गलत बता रहा है। शुक्रवार को धरने में आढ़ती उपदेश यादव, बीनू बंसल, अनूप मिश्रा, रामबाबू कुशवाह, आदित्य राजपूत, अनिल कुमार, राघव यादव, भोले बाबा, राजू, ब्रजेश, कमलेश, रघुवीर सिंह, उदयवीर सिंह समेत एक सैकड़ा आढ़ती मौजूद रहे।